छत्तीसगढ़ प्रदेश मे इसाई धर्म मानने के कारण दूसरी हत्या !(NB:- इस खबर की पुष्टि अभी नहीं हुई है)
NB:- इस खबर की पुष्टि अभी नहीं हुई है
आदिवासी मडकाम बंदी उम्र 25, गाँव नरसम, तहसील कोंटा, थाना चितलनार जिला सुकमा छत्तीसगढ़ का निवासी, बीमारियों से परेशान था।उपचार के लिए चर्च में प्रार्थना करवाया, सेहत सुधरने के कारण चर्च जाने लगा था।
दिनांक 10-04-20230 को धर्मांतरण के मुद्दे पर विश्व हिन्दू परिषद ने छत्तीसगढ़ बंद किया था। सड़कों पर कई जगह ईसाइयों के विरुद्ध हिंसा करने भड़काऊ भाषण कई लोगो ने दिए थे। ऐसी सूचना मिली है की 10 अप्रैल 2023 की रात को कुछ बाहरी लोग गाव नरसम में आए, ग्रामीणों को ईसाई-मुक्त करने गाव वालो को भड़काया।
उकसाए हुए ग्रामीणों ने पहले भी मड़काम बंदी को प्राथना नहीं करने की धमकी दी थी। नहीं मानने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी। आज 11-4-2023 की सुबह मड़काम बंदी अपने घर में प्रार्थना कर रहा था। तभी कुछ लोगों ने,डण्डो, लाठी, पत्थरों, गैती फावड़ों से जबरदस्त वार कर दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई। जानलेवा हमला उसकी पत्नी और बच्चों के सामने हुआ। ऐसा पता चला है की भड़काने वाले बाहरी लोगों, गांव छोड़कर भाग गए है। छत्तीसगढ़ क्रीश्च्यन फोरम के कार्यकर्ता घटना स्थल पर पहुंचे हैं। ग्रामीण फोटो वीडियो नहीं लेने दे रहे हैं। पुलिस सुबह दस बजे तक नहीं पहुंची थी। अपुष्ट खबर है की धटना की लाइव रिकॉर्डिंग कर रहे युवक से उसका फोन छीन लिया है। वीडियो रिकॉर्ड किए जाने तक पुलिस नहीं पहुंची थी।
छत्तीसगढ़ प्रदेश मे इसाई धर्म मानने के कारण यह दूसरी हत्या है। दो साल पहले, दंतेवाड़ा के पादरी की गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस की जांच ठण्डे बस्ते में पड़ी है। थाना चितलनार के अंतर्गत ईसाईयो को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। शव को कब्र खोद कर निकालना,दफनाने नहीं देना, जबरन धान काट कर लेना, ईसाईयों के घरों को लूटना मारना-पीटना जैसे अपराधो पर पुलिस का एफआईआर नही कारण अपराधियों के हौसले बढे हुए है।अपराधियों को सरकारी संरक्षण मिल रहा है। भूपेश सरकार लोक-शांती बनाए रगने में पूरी तरह विफल हो चुकी है। ईसाई समाज सुरक्षित नहीं है। छत्तीसगढ़ क्रीश्च्यन फोरम ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्तीफा मांगा है।
(NB:- इस खबर की पुष्टि अभी नहीं हुई है)
~अरुण पन्नालाल अध्यक्ष
छत्तीसगढ़ क्रीश्च्यन फोरम
रायपुर, छत्तीसगढ़।