बस्तर छत्तीसगढ़ में 7 पादरी गिरफ्तार!
पी.एस. ईश्वर नाग, उम्र लगभग 55 वर्ष, का निधन 18 अक्टूबर 2024 को ग्राम तोंगपाल, जिला सुकमा, छत्तीसगढ़ में हो गया। पादरी का शव उनके पैतृक गांव छिंदवाड़ा, थाना दरभा, जिला बस्तर, लाया गया शाम करीब पांच बजे गांव के ईसाई कब्रिस्तान में दफ़न किया गया।
कुछ हिंदुत्व समूहों ने आपत्ति जताई की शव को दफनाने के लिए दूसरे गाँव से क्यों लाया गया है। जब की मृत पादरी वास्तव में गाँव का ही मूल निवासी था, इस बात को पुलिस ने जानबूझकर अनसुनी किया। जहां मृत्यु हुई वहीं दफ़न नहीं करने देते, ईसाई कब्रिस्तान में दफन करने पर जेल भेजा जाता है।
अंतिम संस्कार में शामिल 6 पादरी और 1 बुजुर्ग के खिलाफ धारा 107, 116 और 151 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। सभी आरोपियों को 19 अक्टूबर को पु.जलदेव अंधकुरी, पु.स. रामधर नाग, पं. शंदास अंधकुरी, पं. प्रेमदास अंधकुरी, पं. धानी नाग, पं. पीलू नाग, बाली नाग. को गिरफ्तार कर सेंट्रल जगदलपुर भेज दिया है।
पूरे मामले की जिम्मेदारी न्याय और शांति विभाग, भारतीय इवेंजेलिकल चर्च परिषद,ने उठाया है
छत्तीसगढ़ क्रीश्च्यन फोरम द्वारा सूचनार्थ प्रकाशित। जहां मृत्यु हुई, वहां दफन नहीं कर सकते, लाश उखाड़ी फेकी जाती है।अपने ईसाई कब्रिस्तान में दफनाने पर जेल भेजा जाता है। यह इसलिए होता है, क्यों की झूठी शिकायत कर्ताओं पर हम एफआईआर नहीं करते हैं। जामनत मिलने पर खूब खुशियां मनाई जाती है। उपद्रवी भी खुश अगले हमले के लिए तैयार.